भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा ने 10 दिनों में 59 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। लेकिन अभी भी इंदौर शहर, ग्रामीण और निवाड़ी जिले को लेकर पेंच फंसा हुआ है। बताया जा रहा है कि वहां के नेताओं के बीच एक राय नहीं होने के चलते अब तक यहां के जिला अध्यक्ष का चयन नहीं हो सका। जबकि पिछले दस दिनों में भाजपा ने अपने संगठन के 62 में से 59 जिलों के अध्यक्ष तय कर लिए।
भाजपा ने छिंदवाड़ा और नरसिंहपुर जिले के अध्यक्ष की भी घोषणा कर दी। इससे पहले 16 जनवरी तक भाजपा ने 56 जिलों के अध्यक्षों की चयन कर दिया था। इसके बाद 18 जनवरी को टीकमगढ़ जिले के अध्यक्ष की घोषणा की गई। इधर समय पर जिला अध्यक्षों की नियुक्ति नहीं होने पर प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी देरी हो रही है। केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक धर्मेंद्र प्रधान का दौरा दो बार टल चूका हैं. अब दिल्ली चुनाव के बाद ही मध्य प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के आसार दिखाई दे रहे हैं।
इंदौर में यहां के वरिष्ठ नेताओं के बीच में एकराय बनाने में संगठन एवं चुनाव अधिकारी जुटे हुए हैं। यहां पर वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक मालिनी गौड़ के साथ ही अन्य नेताओं को पार्टी साधने का काम करेगी। ऐसी स्थिति में इन सभी नेताओं से एक बार फिर से जिला चुनाव अधिकारी एवं पर्यवेक्षक बातचीत करेंगे। इसके बाद यहां के जिला अध्यक्ष को लेकर फैसला लिया जाएगा। वहीं निवाडी में अब नया पेंच फंस गया है, यहां पर विधायक अनिल जैन अपने करीबी को जिला अध्यक्ष बनाने को लेकर अड़ गए हैं।