मंदसौर। जिले के नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम बिल्लोद स्थित हजरत अब्बास अलमदार के पावन छिल्ले पर मोहर्रम की आठवीं तारीख यानी शुक्रवार को हज़ारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। यह आस्था का केंद्र "आठ तारीख वाले बाबा" के नाम से प्रसिद्ध है, जहाँ हिंदू-मुस्लिम सहित सभी धर्मों के लोग समान श्रद्धा के साथ शीश नवाने पहुंचते हैं।
यहां की मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मन्नत मांगता है, उसकी हर मुराद पूरी होती है। खास तौर पर औलाद की इच्छा रखने वाले दंपत्ति यहां आकर मन्नत मांगते हैं और मन्नत पूरी होने पर अपने बच्चों को तोलकर बाबा को चढ़ावा चढ़ाते हैं। इस दिन श्रद्धालु धागा बांधकर मन्नत मांगते हैं और आस्था में डूबे हुए कहते हैं, "यहाँ लोग रोते हुए आते हैं और हँसते हुए लौटते हैं।"
सैकड़ों श्रद्धालु पैदल यात्रा करते हुए दूर-दराज़ से बिल्लोद पहुंचे और फूल चढ़ाकर शीश नवाया। छिल्ले पर दिनभर भीड़ बनी रही और रातभर जलसे का आयोजन किया गया। बाहर से आए जायरीनों के लिए समाजजन द्वारा जगह-जगह लंगर और शर्बत की व्यवस्था की गई।
सुरक्षा व्यवस्था भी रही चाक-चौबंद-
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। सुरक्षा के दृष्टिकोण से छिल्ला परिसर और आस-पास के क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात किया गया था। यह आयोजन धार्मिक सौहार्द और सामाजिक एकता का प्रतीक बनकर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी श्रद्धा, भक्ति और परंपरा के रंग में रंगा नजर आया।