नीमच। मोहर्रम के अवसर पर नीमच में पारंपरिक रूप से ताजियादारी का आयोजन पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ किया गया। इस्लामी पंचमी (5 मोहर्रम) को निशान निकालने के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जो कि वर्षों पुरानी परंपरा है। इसके पश्चात 7वीं और 8वीं मोहर्रम को मेहंदी कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें समुदाय के लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मोहर्रम की 9वीं व 10वीं तारीख को इस आयोजन का मुख्य आकर्षण अखाड़े का भव्य जुलूस रहा। जुलूस में अखाड़े के युवाओं ने लाजवाब प्रदर्शन किया। लेजम, बने-बनाटी, ढोल की थाप पर थिरकते युवाओं ने हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी शारीरिक दक्षता और धार्मिक आस्था ने माहौल को भावनात्मक ऊर्जा से भर दिया। पूरे आयोजन के दौरान शहर में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। मोहर्रम का यह आयोजन धार्मिक सौहार्द और सांस्कृतिक विरासत का अनुपम उदाहरण बना।