तराना। नगर का धार्मिक और सांस्कृतिक परिदृश्य उस समय अभूतपूर्व भक्ति और उत्साह से भर गया जब सोमवार 7 जुलाई को भगवान श्रीजगन्नाथ, बलभद्र एवं सुभद्रा माता की भव्य रथयात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होकर गुज़री। यह दिव्य आयोजन अंतरराष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावना अमृत संघ (इस्कॉन) उज्जैन के तत्वावधान में एवं भक्ति वेदांत स्वामी श्री प्रभुपाद और आचार्य कृष्ण कृपा मूर्ति जी महाराज की प्रेरणा से आयोजित किया गया। भव्य रथ यात्रा का शुभारंभ दोपहर 2ः00 बजे स्थानीय राम मंदिर, मालीपुरा से हुआ। इस अवसर पर श्रीपाद कृष्ण नाम प्रभु, नीलकंठेश्वर प्रभु, धनंजय पंडित प्रभु, निताई जीवन प्रभु, नित्य किशोर प्रभु, मनोरम चौतन्य प्रभु, अक्षर गोविंद प्रभु, कौशल प्रभु, मनोज कृष्ण प्रभु सहित श्री तिलकेश्वर मंदिर के श्रीमहंत सुरेशानंद जी सरस्वती की विशेष उपस्थिति रही। रथ में सुशोभित भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा मैया एवं बलभद्र जी की झांकी अद्भुत धार्मिक अनुभूति दे रही थी। जैसे-जैसे रथ नगर के नयापुरा, पेट्रोल पंप, कृषि उपज मंडी, सरदार पटेल चौराहा, बस स्टैंड, जवाहर चौक से होता हुआ तेजाजी चौक तक पहुँचा, वैसे-वैसे भक्तों की भीड़ उमड़ती गई और ष्हरे रामा हरे कृष्णाष् के मंत्रोच्चार से पूरा नगर भक्तिमय हो उठा। रथयात्रा के दौरान विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों द्वारा यात्रा का फूल-मालाओं, जलपान एवं छाया की व्यवस्था के साथ जोरदार स्वागत किया गया। विशेष मंचों से आरती, भजन-संकीर्तन और छप्पन भोग की भी भव्य व्यवस्था रही।रथ यात्रा का समापन तेजाजी चौक पर हुवा जिसमे श्री कृष्ण पाद प्रभु नाम ने अपना प्रवचन दिया।एवं श्री जगन्नाथ जी माया पर प्रकाश डाला। नगर परिषद एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन एवं स्वच्छता के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए, जिससे यात्रा सुचारु और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। यात्रा के समापन अवसर पर एक विशेष समारोह आयोजित किया गया, जिसमें नगर के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नागरिकों का समिति द्वारा सम्मान भी किया गया। इस पूरे आयोजन ने न केवल धार्मिक भावनाओं को गहराई दी, बल्कि सामुदायिक समरसता और सांस्कृतिक एकता का भी संदेश दिया।