शाजापुर। मोहर्रम पर्व के दौरान शनिवार रात को पिंजारवाड़ी से नाल साहब की सवारी मशाल जुलूस के रूप में शुरू हुई। जिसमें हजारों की संख्या में समाजजन शामिल हुए। मशाल जुलूस के लिए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट था और सभी प्रशासनिक अधिकारी भी साथ में रहें। मुस्लिम समाज के वॉलिंटियरों ने भी भीड़ को नियंत्रित करने में अपनी अहम भूमिका निभाई और पुलिस के साथ सहयोग करके शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस को शहर में निकाला। पुलिस के पुख्ता इंतजाम के कारण शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस तय मार्ग से निकला। शाजापुर में मशाल जुलूस ऐतिहासिक निकाला जाता है, जिसे देखने के लिए जिलेभर के साथ अन्य स्थानों से भी लोग आए। जुलूस के दौरान शहर के सभी अखाड़ों का हुजूम और मशाले लेकर युवा दौड़ रहे थे। मशालों के बीच जंजीरों से जकड़े हुए नाल साहब बाबा को ले जाया जा रहा था। मोहर्रम की 9 तारीख को निकलने वाली इस ऐतिहासिक सवारी में सैकड़ों लोगों ने चांदी की नाल चढ़ाकर मुरादें भी की. सवारी के दौरान नाल साहब बाबा की शहर के तमाम मोहल्लों में रखे दुलदुल और बुर्राक को सलामी दिलाई गई।