भौरासा। जहा 11 जुलाई से सावन मास में भोले भंडारी को सृष्टि का काम सौपकर 118 दिनों के लिए श्री हरि शयन करेंगे शयन का यह समय इस वर्ष देवशयनी एकादशी 6 जुलाई से देवप्रबोधिनी एकादशी 1 नवंबर तक रहेगा चातुर्मास में नगर में चारों ओर धर्म की गंगा बहेगी वही श्रावण मास में भोले की भक्ति में भक्तगण रमेगे आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी का पर्व नगर में मनाया गया।
यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित और बेहद शुभ माना जाता है मान्यता है कि इस दिन से भगवान विष्णु क्षीरसागर में योगनिद्रा मैं चले जाते हैं और 4 महीने तक विश्राम करते हैं इस अवधि को चातुर्मास कहा जाता है जिसमें शुभ कार्य विवाह गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
वहीं इसी कड़ी में आज नगर में छोटे हनुमान चौक में स्थित भगवान श्री विट्ठल अपने मंदिर से बाहर सिंहासन में सवार होकर पूरे नगर में भ्रमण पर निकले यहां पिछली पीढ़ी दर पीढ़ी महाराष्ट्रीयन बंड परिवार के द्वारा भगवान श्री विट्ठल के मंदिर मे पूजा की जाती है वही आज के दिन भगवान श्री विट्ठल को सिंहासन में बेठाकर नगर भ्रमण पर निकाला जाता है जो नगर की सीमाओं से लगी काकड, काकड, होते हुए प्रभात फेरी निकाली जाती है जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु बच्चे एवं महिला शामिल होते हैं नगर वासी जगह-जगह पूजन पाठ कर फरियाली वितरण करते हैं इसी कड़ी में आज चौधरी मोहल्ले में भगवान श्री विट्ठल की नगर भ्रमण के दौरान नगर परिषद अध्यक्ष संजय जोशी, उपाध्याय जय सिंह राणा, आराम सिंह कुमावत के द्वारा पूजा अर्चना की गई इसी तरह भंवरनाथ जी मंदिर प्रांगण में सोनकच्छ विधायक डॉ राजेश सोनकर के द्वारा भगवान श्री विट्ठल की पूजा अर्चना कर प्रसाद का वितरण किया इसी तरह नगर परिषद उपाध्यक्ष के द्वारा केले व फरियाली मिचर का वितरण किया गया।
इसी तरह शक्ति माता मंदिर प्रांगण में जेएमडी ग्रुप शक्ति माता समिति के द्वारा सवा कुंटल खिचड़ी का वितरण किया गया वहीं खेड़े पर बाबा रामदेव समिति द्वारा केले का वितरण किया गया यह यात्रा सुबह 11ः00 बजे शुरू हुई जो पूरे नगर का भ्रमण करते हुए शाम 5ः00 बजे श्री विट्ठल मंदिर पहुंची जहां पर आरती प्रसादी वितरण कर यात्रा का समापन हुआ।