मंदसौर। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 08 फरवरी 2023 को गुराडिया प्रताप निवासी बद्रीलाल पिता गणपत प्रजापति ने रिपोर्ट किया की उनका छोटा लड़का सुबह करीब 11 बजे स्कुल के लिये गया था जो वापस नही आया एवं उसके पास किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया है जो कि बोल रहा है कि उसका बालक विदेश उसके पास है। बालक को छोडने के एवज में 05 लाख रूपये मांग रहा है। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना सुवासरा पर अपराध क्रमांक 27/2023 धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस अधीक्षक मंदसौर अनुराग सुजानिया को घटना से अवगत करवाया गया।
इसी तारतम्य में पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने थाना प्रभारी सुवासरा शिवांशु मालवीय को घटना को अंजाम देने वाले अज्ञात बदमाशो को जल्द से जल्द पकड़कर अपहर्त बालक को दस्तयाब करने के लिये निर्देश देकर आदेशित किया गया। जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंदसौर महेन्द्र तारनेकर एवं एसडीओपी सीतामऊ निकिता सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सुवासरा उनि शिवांशु मालवीय ने थाना स्तर पर पृथक-पृथक पुलिस टीम गठीत कर घटना से संबंधित एक-एक कड़ी जोड़ना प्रारम्भ किया और फरियादी बद्रीलाल से अज्ञात बदमाश के मोबाईल नम्बर के बारे में पुछताछ करते अज्ञात बदमाश के नम्बर नही बता पा रहा था।
फरियादी बद्रीलाल के मोबाईल नम्बर पर प्राप्त फोन कॉल के सबंध में अनुसंधान किया गया। दौराने अनुसंधान के दिनांक 10 फरवरी 2023 को सूचना मिली की पोल्ट्री फोर्म के पास गणेश मगरा रास्ते के किनारे खाई में एक बोरा पड़ा हुआ है जिस पर मक्खिया बैठी हुई है बोरा संदिग्ध लग रहा है। उक्त सूचना की तस्दीक के लिये थाना प्रभारी सुवासरा टीम के साथ मौके पर पहुँचे। जहाँ पर सूचनाकर्ता मदनलाल पिता कचरुलाल व्यास की निशादेही से सदिग्ध बोरे को देखा जो रोड के किनारे खाई में पडा हुआ था। बोरे के मुंह के पास देखा तो एक मानव शरीर के एक हाथ बाहर निकला हुआ था जिसे देखकर प्रतीत होता है की बोरे के अन्दर किसी मानव का शव होने की शंका से प्लास्टिक के बोरे का मुंह खोलकर देखा तो बोरे के अन्दर एक मानव की लाश भरी हुई है। लाश को देखकर ज्ञात हुआ कि लाश थाना सुवासरा के अपराध क्रमांक 27/2023 धारा 363 भादवि के अपहर्त बालक का शव है जो घटना स्थल के आसपास हमराह फोर्स कि मदद से बारीकी से सर्चिग की गई व एफएसएल अधिकारी द्वारा शव व घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया जिससे पता चला की मृतक बालक की हत्या कर फेंका गया है।
प्रकरण में मृतक के पिता बद्रीलाल से घटना के संबंध में पुन: पुछताछ की गयी। बद्रीलाल ने बताया कि दिनांक 08 फरवरी 2023 को मेरा छोटा लड़का भट्टे पर से स्कुल जाने के लिये निकला था मैं भट्ठे पर ही था। शाम के करीब 05.30 बजे मै शुभम सेठ से 100 रुपये लेकर साईकिल से निकला था उसके कुछ देर बाद मेरे मोबाईल पर फोन आया कि तुम्हारे छोटा लड़का हमारे पास है 05 लाख रुपये देने पडेगे। मृतक के पिता को कुछ समझ नही आया जिसके ईंट भट्ठे पर मृतक का पिता बद्रीलाल काम करता था उनको बोला कि कोई फोन पर धमकी दे रहा है तुम बात करो तो शुभम ने बद्रीलाल के मोबाईल से बात करी और मुझे बोला कि तुम्हारे छोटे लड़के को इन लोगो ने किडनेप कर लिया है और 05 लाख रुपये की फिरोती मांग रहे है। इस पर मृतक के पिता ने बोला कि मेरे पास तो पैसे नही है तब शुभम सेठ ने कहा कि तुम्हारी जमीन गिरवी रख कर पैसे ले लेते है। मृतक के पिता बद्रीलाल की बातो से यह स्पष्ठ हुआ की मृतक की हत्या करने में संभवत शुभम पिता लालचन्द प्रजापत का हाथ हो सकता है। इसी बीच कडी को जोडते-जोडते यह बात पता चली की आरोपी शुभम के ईंट भट्टे पर काम करने वाले बापुसिंह के मोबाईल से एक सीम गुम हो गई है जिसको शुभम ने चुरा कर अपने में डाल ली है और उसी नम्बर से मृतक बालक के पिता से मृतक के एवज में फिरोती की मांग कर रहा है। इस संबंध में शुभम से बारीकी से पुछताछ की गयी। जिसमें शुभम ने बताया कि वह मोबाईल से ऑनलाईन रमी गेम खेलता था जिसमें सात-आठ लाख रुपये हार गया था। जिससे कर्जा होने के कारण रुपये की आवश्यकता थी। इस कारण मृतक बालक को अपने चचेरे भाई अजय प्रजापत के साथ मिलकर घटना को अंजाम देना बताया गया व बताया की शुभम व उसके चचेरे भाई ने प्लान बनाया की मृतक बालक को कीडनेप कर उसकी हत्या करने के बाद उसके परिजनो से फिरोती की मांग करेगें। इस प्रकार दिनांक 08 फरवरी 2023 को शुभम मृतक बालक को अपने ईंट भट्ठे के पास से अपनी मोटरसायकल पर कुछ काम करने का बोलकर बैठाकर अपने घर लेकर गया और मृतक को अपने घर पर बैठाकर अपने साथी अजय को ईंट भट्ठे पर लेने गया और साथ लेकर उसके घर आया इसके बाद दोनो ने प्लान के अनुसार मृतक बालक का मुंह दबाकर गला घोटकर उसकी हत्या कर दी और मुँह रस्सी व लच्छे से बांद दिया तथा दोनो हाथ पीछे बांध दिये और मृतक के शव को प्लास्टिक के बोरे में बांधकर उसके घर पर छिपा दिया। मौका देखकर अपनी मोटरसायकल से दोनो ने मिलकर मृतक के शव को गणेश मगरा रास्ते पर पोल्ट्री फार्म के पास खाई में फेंक दिया। आरोपीयो से घटना के संबंध में और भी घटना से संबंधीत साक्ष्य संकलित करने हेतु सघनता से पुछताछ की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी का नाम-
शुभम पिता लालचन्द प्रजापती उम्र 23 साल निवासी बालागंज मोहल्ला सुवासरा,
अजय पिता श्रवण प्रजापती उम्र 21 साल निवासी गायत्री मंदिर के सामने सुवासरा
उक्त कार्यवाई में उनि शिवांशु मालवीय थाना प्रभारी सुवासरा, निरीक्षक जितेन्द्रसिंह सिसोदिया (सायबर सेल प्रभारी), निरीक्षक कमलेश प्रजापति (थाना प्रभारी शामगढ़ एवं उनकी टीम), उनि विकास गेहलोत (चौकी प्रभारी रुनीजा), सउनि विजयसिंह चौहान, सउनि हेमन्त शर्मा, सउनि लक्ष्मणसिंह डोडियार, सउनि दिनेश सिंह गोतम, प्रआर 524 मनीष लबाना, प्रआर 108 राजेश पुरोहित, प्रआर 528 मनीष शर्मा, प्रआर 293 दिलीप नागर, प्रआर 438 सुरजपालसिंह, प्रआर 513 जगदीश डाबे, प्रआर आशीष बैरागी (सायबर सेल) आर 815 मोतीलाल, आर 779 योगेश शर्मा, आर 327 मनीष सांवलिया, आर 479 जुझारसिंह, आर 186 मोकमसिंह, आर 640 अर्जुन माली, आर 724 गोविन्दसिंह, आर 605 जुगल किशोर, आर 767 सुनिल दायमा, आर 690 विपीन नैन, आर 678 रामलाल चौहान, आर 937 राजेश खराड़ी, आर 407 घनश्याम नागदा, आर 691 कमल नैन, आर 622 राकेश नागदा, आर 880 घनश्याम पाटीदार, आर चालक 710 शैतान कछावा पुलिस थाना सुवासरा का सराहनीय योगदान रहा।