BIG NEWS : नए अवतार में दिग्गी राजा, क्या है सीक्रेट प्लान, बता रहे हैं जर्नलिस्ट मुस्तफा हुसैन
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह 6 मार्च को नीमच आये, इस दौरान उनका अंदाज़ बिल्कुल बदला हुआ लगा, उन्होंने इस दौरे में कुछ ख़ास बात की जो आमतौर पर नेता नहीं कर पाते लगता है राजा ने इस बार ठान लिया है की एमपी की सत्ता में कांग्रेस की वापसी कराने के लिए पूरा दम लगा दे।
दिग्गी राजा सोमवार को जब नीमच आये तो जगह - जगह नेताओं ने अलग - अलग गुटों में अपने - अपने समर्थकों के साथ उनका स्वागत करना चाहा जो कांग्रेस की एक आम परिपाटी है, जब चुनाव सर पर होते हैं तो टिकिट चाहने वाले ये नेता अपने समर्थकों के साथ मिलकर शक्ति प्रदर्शन में पूरी ताकत जहां देते है और खुद को सबसे ताकतवर बताने की कोशिश करते हैं, लेकिन जब उन्हें टिकिट नहीं मिलता तो एकदम गायब हो जाते हैं और ऐसे घूमने लगते हैं। जैसे कांग्रेस पार्टी में वे थे ही नहीं शायद इसी बात को दिग्गी राजा ने पहचाना और शक्ति प्रदर्शन के इस हथकंडे को एक सिरे से नकार दिया वो चाहते थे सभी कांग्रेस नेता एक साथ एक जाजम पर आये।
आमतौर पर कांग्रेस में इसी तरह के स्वागत - सत्कार की परिपाटी है और नेता अपना दम इसी अंदाज़ में बताते हैं लेकिन दिग्गी राजा को अब ये समझ में आ गया की इस तरह की परिपाटी पार्टी को कमजोर कर रही है, क्योंकि दावेदारी और शक्ति प्रदर्शनों के कारण आपस में क्लेश इतने बढ़ जाते हैं कि जब टिकिट कटता है तो बाकी नेता टिकिट मिलने वाले नेता को लग थलग छोड़ देते हैं और उसे ही अपनी दुकान लगानी होती है ऐसे में मैदान में भाजपा के मजबूत संगठन के आगे कांग्रेस का उम्मीदवार अलग थलग पड़ जाता है।
इन्हीं सब बातों को समझ कर इस बार दिग्गी राजा ने गुटबंदी करने वाले इन नेताओ से दूरिया बनाने के संकेत दिए और उनके इस काम पर भारी नाराज़गी भी व्यक्त की, जिनके वीडियो सोश्यल मीडिया पर जमकर वाइरल भी हुए वैसे दिग्गी राजा सेक्टर और मंडलम स्तर पर खुद कमान संभाले हुए है और वे उन 67 सीटों को देख रहे हैं जहां कांग्रेस की दुर्गति हुई है और कांग्रेस के उम्मीदवार हारते रहे हैं ऐसी सीटों पर राजा ऐसे उम्मीदवारों की तलाश में है जिनका प्रोफ़ाइल गैर विवादास्पद है और स्वच्छ छवि है इसके लिए वे अपने भरोसे के लोगो को काम पर लगा चुके हैं। जानकारों की मानें तो राजा तक यह खबरे पहुंची है कि जो लोग शक्ति प्रदर्शन करते हैं वे कांग्रेस के कार्यक्रमों में भीड़ इकट्ठी करने से परहेज़ पाल लेते हैं ऐसे में उन नेताओ के ऐसे काम को हतोत्साहित किया जाए ताकि पार्टी मजबूत हो सके।