चित्तौड़गढ़। मेवाड़ के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ पर धन त्रयोदशी के पावन अवसर पर आरोग्य के देवता भगवान धनवन्तरी की जयंती पूरी श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाई गई। इस मौके पर ठाकुर जी को भगवान धनवन्तरी के स्वरूप में सुसज्जित करने पर अनेक श्रद्धालुओं ने उन्हें सब प्रकार की बीमारियों एवं व्याधियों से मुक्ति दिलाने का आग्रह किया। इस पावन अवसर पर श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय परिसर में संचालित आयुर्वेद चिकित्सालय के आयुर्वेदाचार्य गोविन्द सहाय के सानिध्य में भगवान धनवन्तरी की विशेष पूजा के साथ इस मौसम में होने वाले रोग एवं मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य वर्धक व रोग प्रतिषेधात्मक औषधियों से निर्मित प्रसाद का वितरण किया गया। वहीं ठाकुर जी के अनुपम स्वरूप को निहार कर भक्तों ने स्वयं को धन्य किया।
दीपोत्सव पर होगा ठाकुर जी का वैभव पूजन
प्रकाश पर्व दीपोत्सव के पावन अवसर पर कार्तिक कृष्णा चतुर्दशी रविवार को ठाकुर जी की संध्या महाआरती के पश्चात भव्य वैभव पूजन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें विशेष रूप से श्रंगारित ठाकुर जी की पूजा अर्चना के साथ ही ठाकुर जी के रथ एवं कल्याण भक्तों के सैकड़ों दोपहिया एवं चौपहिया वाहनों का सामूहिक रूप से पूजन किया जाएगा।
51 वाल्मिकी रामायण की स्थापना दीपावली को
कल्लाजी वेदपीठ पर ठाकुर जी की प्रेरणा से दीपावली के पावन अवसर पर 51 वाल्मिकी रामायण की विधि विधान से पूजा अर्चना कर स्थापना की जाएगी। वेदपीठ के आचार्यों ने बताया कि देवोत्थापन एकादशी तक वाल्मिकी रामायण की पूर्णता होगी। उसी दिन वेदपीठ पर छप्पन भोग एवं अन्नकूट का महोत्सव मनाया जाएगा।