मनासा। पुष्कर झंवर के जन्मदिन के अवसर पर उनके राजनीतिक यात्रा की यादों को ताज़ा करना एक सच्चे समर्पण और निष्ठा की कहानी को उजागर करता है। उनके लंबे सफर में पार्टी के लिए उनका योगदान और उनकी मेहनत काबिले तारीफ है। यह यादें न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों को दिखाती हैं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी के प्रति उनके अनूठे समर्पण और प्रतिबद्धता को भी प्रकट करती हैं। जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं झंवर को।
पुष्कर झंवर के जन्मदिन पर पार्टी कार्यकाल की यादें ताज़ा-
भारतीय जनता पार्टी जिला नीमच के उपाध्यक्ष पुष्कर झंवर ने अपने लंबे राजनीतिक सफर में पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण साबित किया है। बाल्यकाल से आर एस एस और विद्यार्थी परिषद से जुड़े झंवर ने 1984 में ABVP के संयोजक के रूप में काम कर चारों सीटों पर विजय प्राप्त हुई। इसके बाद, वे युवा मोर्चा भाजपा के अविभाजित मन्दसौर जिले के मंडल अध्यक्ष बने और नीमच जिला बनने से लेकर लगातार भाजपा जिला उपाध्यक्ष रहे।
उनका योगदान कई चुनावी अभियानों में भी रहा, जिसमें डॉ. पाण्डे के लोकसभा चुनाव संचालक, और विधान सभा में चावला जी और मंगल जी के चुनाव संचालक शामिल हैं। झंवर ने पटवा जी, बसेर जी, लढ़ा जी, मारू जी, चावल जी और मंगल जी के साथ मिलकर पार्टी के लिए टोला मजरा तक संपर्क साधा। 1993 में सूरज धर्मशाला, मनासा में आयोजित विधानसभा सम्मेलन में सभी पंचायत कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही, जहाँ पटवा जी ने झंवर की पीठ थपथपाई और उनके प्रयासों की सराहना की। उनके अद्वितीय योगदान और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा हमेशा रही है। तब से लेकर आज तक सांसद प्रतिनिधि के रूप में पार्टी का काम कर रहे है।