गुना। हर स्पोर्ट्स की अलग-अलग क्वालिटी होती हैं। लेकिन, एक चीज जो हर खेल सिखाता है, वो है हार को विनम्रता के साथ स्वीकार करना और उससे सीखकर आगे बढ़ना। जब हम हारते हैं तो उसने गुस्सा कम और आगे कैसे बढ़ना है, ये सीख मिलती है। सिर्फ स्पोर्ट्स मत सीखो, इसके अर्थ सीखो, यह सीखो कि कोई खेल हमे जीवन में क्या सिखाता है।
यह बात केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने बुधवार को खिलाड़ियों से मुलाकात के दौरान कहीं। अपने दौरे के दूसरे दिन उन्होंने हॉकी, जूडो, क्रिकेट, कबड्डी, मैराथन के खिलाड़ियों से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ नगरपालिका अध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता, सुनीता बंजारा मंचासीन रहीं। उन्होंने जूडो के इवेंट्स भी देखे।
खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा- श्जो स्पोर्ट्स आप खेल रहे हैं, ये मत सोचिए कि केवल स्कूल तक खेलेंगे। ये जो भी आप सीख रहे हो, ये जीवन भर तक के लिए आप जारी रखिए। भूलिए मत, स्पोर्ट्स में क्या आपको सिखाते हैं। साथ में खेलना, टीम बनना, हर एक की ताकत बनना। सबसे जरूरी है कि अपनी टीम के लिए आप सबसे मजबूत लिंक बनिए।
प्रियदर्शनी राजे ने कहा कि ये सब आइडिया, ये सब जो आप सीख रहे हो, सिर्फ स्पोर्ट्स मत सीखो, इनके अर्थ सीखो। ये सीखो कि कोई खेल हमे जीवन में क्या सिखाता है। जीवन जीने के लिए क्या शिक्षा देता है। थोड़ा सोचिए, स्पोर्ट्स से आपको जीवन की कितनी शिक्षाएं मिल सकती हैं। ये सब आप अपने साथ ले जाइए। गुना का नाम आगे बढ़ाएं, देश का नाम आगे बढ़ाएं।