नीमच। मप्र कृषि विपणन बोर्ड भोपाल द्वारा शुक्रवार को नीमच के टाउन हॉल में कृषि अवसंरचना निधि (एआईएफ) योजना पर राज्य स्तरीय जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में नीमच, मंदसौर, रतलाम के किसानों, कृषक उत्पादक समूहों, उद्यमियों, मण्डी व्यापारियों आदि ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और योजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
मप्र कृषि विपणन बोर्ड की प्रबंध संचालक कृषि अवसंरचना निधि योजना के राज्य नोडल अधिकारी जी.व्ही.रश्मी, नीमच कलेक्टर मयंक अग्रवाल, एडीएम नीमच नेहा मीना, जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसादकी विशेष उपस्थिति में आयोजित इस एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला में उपसंचालक डॉ.पूजासिह ने पावर प्रजेंटेंशन के माध्यम से कृषि अवसंरचना निधि योजना की मुख्य विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया, कि कृषि अधोसंरचना में सुधार के क्रम को प्रोत्साहन एवं वित्तीय सहायता के लिए फसलों उपरांत प्रबंधन एवं सामुदायिक खेती से संबंधित परियोजनाओं में निवेश के लिए उपयुक्त ऋण सुविधा इस योजना के तहत प्राप्त की जा सकती है। राज्य व केंद्र सरकार की योजनाओं में अनुदान लाभ के साथ अतिरिक्त लाभ भी इस योजना में लिया जा सकता है। प्रति हितग्राही विभिन्न अलग-अलग गांवों में 25 प्रोजेक्ट के लिए भी ऋण सुविधा इस योजना के तहत प्राप्त की जा सकती है। डॉ.पूजासिह ने कार्यशाला में किसानों को कृषि अवसरंचना निधि योजना के तहत बजट, हितग्राही चयन, ब्याज छूट, क्रेडिट गारंटी की सुविधा के बारे में जानकारी देते हुए कहा, कि कोई भी कृषक, उद्यमी एफ.पी.ओ., स्टार्टअप आदि इस योजना का लाभ उठा सकते है। योजना तहत 2 करोड की राशि पर 3 प्रतिशत ब्याज की छूट प्रदान की जावेगी। उन्होने कहा, कि योजना के तहत वेयर हाउस निर्माण, कोल्ड स्टोरेज, सार्टिंग एण्ड ग्रेडिंग प्लांट, प्रायवेट कलेक्शन सेंटर, राईस मिल, आटा मिल, धान मिलएवं सालिड वेस्ट मेनेजमेंट आदि प्रोजेक्ट के लिए इस योजना में ऋण सुविधा प्राप्त की जा सकती है।
कार्यशाला में कृषि विभाग के नोडल गोविंद शर्मा ने कृषि अवसंरचना निधि योजना का लाभ लेने के लिए पंजीयन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। नाबार्ड के प्रतिनिधि ने कार्यशाला में किसानों को कृषि अवसंरचना निधि योजना के क्रियान्वयन में नाबार्ड की भूमिका, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के प्रतिनिधि एवं बैंक आफ इंडिया के प्रतिनिधि ने योजना तहत बैंको से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से अवगत कराया। कार्यशाला में कृषि अवसंरचना निधि का लाभ ले चुके किसानों और हितग्राहियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। कार्यशाला में किसानों, उद्यमियों और मण्डी व्यापारियों के प्रश्नों का समाधान भी कृषि अवसंरचना निधि योजना के अधिकारियों द्वारा किया गया। प्रतिभागी किसानों ने इस कार्यशाला को किसान कल्याण के लिए काफी उपयोगी बताया।