मल्हारगढ़। नगर में आज स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मल्हारगढ़ में सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान मालवा प्रांत की योजना अनुसार शांतिलाल मुत्था फाऊंडेशन शिक्षा नीति के आधार पर विद्यालय के भौतिक एवं मानवीय संसाधन तथा शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार आचार्य दीदियों गुणवत्ता वृद्धि भैया बहन का कौशल विकास एवं जिज्ञासा समाधान शैक्षणिक गतिविधियों में समाज की भूमिका विद्यालय समिति कार्यपद्धती वैज्ञानिक तार्किक क्षमता के आधार पर एवं राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति को सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में सर्वप्रथम लागू करने व उसे सफल रूप से संचालित करने की योजना को मूर्त रूप देने के लिए विद्यालय का निरीक्षण प्रांत के अधिकारी के रूप में शिशु वाटिका प्रांत प्रमुख सत्यनारायण शर्मा कालापीपल के प्राचार्य भोलाराम राजभर के द्वारा तीन दिवसीय प्रवास हुआ प्रवास के समय विद्यालय मैं कक्षा नर्सरी से द्वादशी तक के समस्त भैया बहनों की प्रातः काल से लेकर दूसरे दिन के संध्या तक पूर्ण किया कार्यक्रम के प्रथम चरण में अतिथि महानुभव के द्वारा मां ज्ञान की देवी सरस्वती प्रणव अक्षर ओम जगत जननी भारत माता के चित्रों पर माल्यार्पण कर उनके समक्ष दीप प्रज्वलित करते हुए मां ज्ञान की देवी सरस्वती जी की आराधना कर निरीक्षण कार्य की गति को आगे बढ़ाते हुए अतिथि परिचय विद्यालय के प्राचार्य कैलाश चंद्र जायसवाल एवं स्वागत विद्यालय की वरिष्ट दीदी ज्योति श्रीवास्तव दीदी मनीष कोहली जितेंद्र चौहान द्वारा किया गया तत्पश्चात विद्यालय शैक्षणिक कार्य शैक्षणिक व्यवस्था आचार्य दीदी के अध्यापन कराने का कौशल खेल खेल में शिक्षा नवाचार के प्रयोग बिना बस्ता के शिक्षण व्यवस्था दायित्व बोध करते कर्तव्यनिष्ठा , परायणता माता- पिता ,अपने से बड़ों के प्रति सम्मान, आज्ञा पालन, ईश्वर के प्रति श्रद्धा, गुरु भक्ति, जीवन काल में प्रार्थना का महत्व क्या है प्रार्थना क्यों करनी चाहिए प्रार्थना और वंदना में क्या अंतर है इत्यादि विषय के साथ समय के अनुसार अपने को स्थापित करना विद्यार्थी जीवन में विद्या एवं अपने गुरु का क्या महत्व है आदि विषय पर भैया बहनों से चर्चा कर उनका कौशल विकास किस प्रकार हो इसकी चिंता माता-पिता अभिभावक विद्यालय के गुरु आचार्य किस प्रकार से करें जिससे कि भैया बहनों का जीवन और उनका भविष्य उज्जवल हो हो सके अवलोकन करता टोली द्वारा तीन दिवसीय कार्य के दौरान प्रथम दिवस में भैया बहनों से आचार्य परिवार से रात्रि के समय समिति परिवार से एवं पूर्व छात्र भैया बहनों के परिवार में संपर्क तीसरे दिन अभिभावकों से चर्चा कर उनके विचार जाने।
प्रधानाचार्य राजपाल सिंह सिसोदिया एवं प्राचार्य कैलाश चंद्र जायसवाल से अलगसे विद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों भैया बहनों के अनुशासन अभिभावकों की भाषा शैली अभिभावकों सुझाव समिति परिवार का रुझान समाज के अन्य वरिष्ठ को विद्यालय के प्रति श्रद्धा नगर में समाज में विद्यालय की ख्याति शैक्षणिक प्रतिष्ठा ग्रामीण एवं नगरीय छात्रों की संख्या का प्रतिशत जैसे अनेक बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
पश्चात प्रबंध समिति के महानुभावों के साथ बैठकर नवीन भूमि पर सीबीएसई विद्यालय का नवीन भवन निर्माण करने के लिए चर्चा की गई आचार्य परिवार के साथ बैठकर चर्चा करते हुए कहा कि पुरानी शिक्षा {10$2} के स्थान पर राष्ट्र की नई शिक्षा नीति 2020 {5$3$3$4} को अपने विद्या भारती के विद्यालय में आगामी सत्र से प्रारंभ करने के विषय में परिचर्चा करते हुए कहां कि उसे मूर्त रूप देने के लिए शासन-प्रशासन एवं नेतृत्व करता की महत्वपूर्ण भूमिका होगी इसके लिए समय-समय पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले को अपडेट होना होगा विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए दैनिक दिनचर्या बनाकर पाठ्यक्रम समय पर पूर्ण हो व भैया बहनों के द्वारा प्रश्न पत्र का निर्माण करवाना जो प्रश्न पत्र निकाले गए हैं उनका अध्यापन करवाना पाठ्यक्रम की पूर्ण आवृत्ति करवाना सभी विश्व का रिकॉर्ड मेंटेन करना हर प्रकार के आदेश को लिखित रूप में प्रेषित करना हर कार्य को प्रतिलिपि बद करना और उनके फाइल तैयार करना आगामी सत्र में सीबीएससी विद्यालय संचालित हो इसके लिए आसपास ग्रामीण क्षेत्र में व मल्हारगढ़ क्षेत्र में प्रचार-प्रसार हो प्रवेश की नवीन योजना तैयार की जाए प्रवास के कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश बटवाल माननीय खंड संघचालक कोषाध्यक्ष बगदीराम गुप्ता उपाध्यक्ष दिनेश प्रजापति व्यवस्थापक दिनेश परिहार सह व्यवस्थापक अंतिम तवर यशवंत सिंह सोलंकी वर्दीचंद टेलर पूर्व आचार्य धर्मेंद्र गहलोत विद्यालय के समस्त आचार्य परिवार सेवक सेविका और चालक परिचालक कार्यालय लेखा आचार्य सभी बंधु भगिनी ने मिलकर प्रवास कार्यक्रम को सफल बनाया।