नीमच। भगवान गुरूगोविन्दसिंहजी के 356 वें प्रकाष पर्व के अवसर पर सिख समाज विकास समिति द्वारा आज विषेष चल समारोह निकाला गया। जिसमें षामिल स्पेषल बस जहां आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थी वहीं आज इस पर्व के दौरान एक बार फिर साम्प्रदायिक सद्भाव की मिसाल अंजुमन इत्तिहादुल मुस्लेमीन कमेटी व नया बाजार व्यापारी संघ के द्वारा स्थानीय नया बाजार स्थित पुरानी पण्डितजी की होटल चौराहे पर जो पेष की गई वो भी खासी चर्चा का विषय बनकर भावुकता के क्षण छोड गई।
उल्लेखनीय है कि नीमच में पिछले कुछ अरसे से देखने में आ रहा है कि समाजसेवा के लिए अग्रसर रहने वाले पूर्व पार्षद हाजी साबिर मसूदी के द्वारा साम्प्रदायिक पर्वों व अन्य आयोजनों में अपनी ओर से जो सेवा की मिसाल पेष करने का जुनून सवार है, वे निरंतर रूप से बरकरार है। इसी श्रृंखला में अन्य पर्वों के साथ ही आज गुरू गोविन्दसिंहजी के महापर्व प्रकाष पर्व के अवसर पर हाजी साबिर मसूदी ने अंजुमन इत्तिहादुल मुस्लेमीन कमेटी व नया बाजार व्यापारी संघ के संयुक्त तत्वावधान में जुलूस में षामिल गुरू गोविन्दसिंहजी के पंच प्यारों व सिक्ख समाज के अध्यक्ष व समिति सदस्यों का भावभीना स्वागत कर उनके सम्मान में कुछ पंक्तियां मौके पर बोली गई जिससे माहौल में सद्भावना के साथ ही भावुकता के पल उनके साथ जुड गए। इस स्वागत सम्मान से भावुक होते हुए सिख समाज के सम्माननीय अध्यक्ष द्वारा हाजी साबिर मसूदी व राजकुमार ऐरन का भी पंच प्यारों का प्रतीक दुपट्टा गले में पहनाकर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर नयाबाजार व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजकुमार ऐरन (बीज भंडार), सुनील सोनी, हाजी सेराजुद्दीन, सलीम मास्टर, सईद मसूदी, इलियास मसूदी, अकरम मसूदी, आरिफ मास्टर, फिरोज भाई, मोईनुद्दीन खान, मोहम्मद निसार आदि लोगों ने इस अवसर पर जुलूस में षामिल सिक्ख समाज के सम्माननीय लोगों का पुष्पमाला पहनाकर भावभीना स्वागत कर गंगा-जमुना तहजीब की मिसाल को कायम रखा। इस आयोजन की सर्वत्र प्रषंसा व्यक्त की गई तथा हाजी साबिर मसूदी के द्वारा समय समय पर एक दूसरे को साथ में लेकर चलने का जो प्रयत्न निरंतर रूप से किया जा रहा है, उसको लेकर भी लोगों में प्रषंसा का भाव देखा गया।
उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में 25 दिसम्बर क्रिसमस डे के अवसर पर भी हाजी साबिर मसूदी ने पूरी कमेटी को साथ में लेकर नीमच के प्रसिद्ध गिरिजाघर आषीष भवन चर्च पर पहुंचे और वहां पर भी फादर अषोक बेंजामिन का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। वहीं ईसाई समाज के प्रबुद्धजनों को भी पुष्पगुच्छ भेंटकर प्रभु यीष के जन्मदिवस की षुभकामनाएं प्रेषित कीं।