भोपाल। मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जातिगत जनगणना कराने के मामले पर अब मुखर हो गई है। आज कमलनाथ के बंगले पर हुई बैठक में जातिगत जनगणना कराने पर भी चर्चा हुई। इसे भी वचन पत्र में शामिल किया जा सकता है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सागर दौरे के वक्त जातिगत जनगणना कराने की मांग की थी। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि 2011 के बाद जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, आंकड़े भी सार्वजनिक किए जाने चाहिए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जातिगत जनगणना की मांग कर चुके हैं।
वचन पत्र समिति की बैठक के बाद पूर्व मंत्री तरुण भनोट ने कहा, हमारा वचन पत्र फाइनल हो चुका है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अलग-अलग क्षेत्रों में प्रदेश भर का दौरा कर रहे हैं। अगले हफ्ते एक फाइनल मीटिंग होगी और इसके बाद वचन पत्र को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
नरोत्तम ने कसा तंज, बोले- कमलनाथ का गेम ओवर
कांग्रेस की वचन पत्र समिति की बैठक पर मप्र के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा- ये वचन पत्र नहीं, छलावा पत्र है। पिछली बार जो छलावा और धोखा दे चुके हैं, उसकी पुनरावृत्ति करने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने देखा कि 60 सीटें दिग्विजय सिंह को दे दी है। मतलब 60 पर मान लिया कि हम जीत ही नहीं रहे। अब 170 सीटों पर लड़ाई की बात कर रहे हैं। वातानुकूलित कमरों में बैठकर कमलनाथ जी जनता के बीच कभी जाते नहीं हैं। अब नकाब उतर चुका है। गेम ओवर हो चुका है। जनता जान चुकी है ये छलावा है और ये छलावा समिति की बैठक कर रहे हैं।