भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज राजधानी भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान जीतू पटवारी ने कई मुद्दों पर सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि एमपी के विधानसभा का सत्र असमय समाप्त किया गया, जिससे स्पष्ट है कि लोकतांत्रिक मूल्यों का सरकार पालन नहीं करती है।
पटवारी ने कहा कि सरकार चाहती थी विभागवार चर्चा न हो। इस बैठक में नर्सिंग और जल संसाधन विभाग का मामला कांग्रेस विधायकों ने उठाया। 14 बैठकें होनी थी। ऐसा क्या हुआ कि आपने सदन नहीं चलाया। 64 फीसदी प्रश्नों के उत्तर ही नहीं मिले। 175 शून्यकाल की सूचनाएं थीं। 500 से ज्याधा ध्यानाकर्षण थे. ये सरकार संसदीय मर्यादाओं का पालन ही नहीं करती थी।
कर्ज से कर्ज चुकाने वाली सरकार : जितू पटवारी
जीतू पटवारी ने कहा कि हेडिंग बनी कि कर्ज से कर्ज चुकाने वाली सरकार, इस सरकार ने पिछले बजट में 29 लाख 50 हजार रोजगार जनरेट करने के लिए कहा था। दो लाख 30 हजार लोगों को निजी सेक्टरों में रोजगार दिया। शासकीय सेक्टर में नहीं। जो बच्चे बेरोजगार बचेंगे वो क्या चोरी करेंगे।
वित्त मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए : जीतू पटवारी
पीसीसी चीफ ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार दिवालिया सरकार है। दस साल में 50 लाख बच्चे स्कूलों में घट गए और 400 करोड़ बजट बढ़ गया। कर्ज लेकर घटिया प्रबंधन किया जिसके कारण वित्त मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।