भोपाल। पहले विधानसभा और अब लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अब पार्टी को मजबूती देने के लिए मेगा प्लान तैयार करने में जुट गई है। इसको लेकर पार्टी ने तय किया है कि दोनों ही चुनाव में हारने वाले प्रत्याशियों से हार और जीत के कारण पूछे जाएं।
इसी के चलते कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र भंवर सिंह तीन दिन के प्रवास पर एमपी पहुंचे हैं और शनिवार को उन्होंने विधानसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों और चुनाव जीतने वाले विधायकों से बैठक कर संवाद शुरू किया है। पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी सीपी मित्तल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की मौजूदगी में हो रही बैठक में सभी बिंदुओं की समीक्षा की जा रही है। रविवार को लोकसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों को बुलाया है।
संभागवार ले रहे फीडबैक
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में चल रही बैठक में संभागवार विधानसभा क्षेत्रों के जीते-हारे प्रत्याशियों से फीडबैक लेने का काम किया जा रहा है। सबसे पहले ग्वालियर चंबल संभाग के प्रत्याशियों के साथ चर्चा शुरू हुई। इसके बाद सागर, रीवा-शहडोल संभाग और फिर जबलपुर संभाग के प्रत्याशियों के साथ बैठक कर हार जीत के कारण पूछे जा रहे हैं।
आज ही इंदौर, उज्जैन तथा भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के विधानसभा क्षेत्रों के जीते हारे कैंडिडेट्स के साथ बैठकें होंगी। रविवार को इसी तरह लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों की बैठक होना है।
फॉर्मेट में इन बिंदुओं पर मांगी जानकारी
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र भंवर सिंह और सह प्रभारी मित्तल ने बैठक से पहले विधानसभा और लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों को एक फॉर्मेट भेजा है। इसमें कहा है कि वे अपने चुनाव क्षेत्र की जानकारी फॉर्मेट के आधार पर बैठक में देंगे।
संगठन की वर्तमान स्थिति।
चुनाव में मोर्चा संगठन की सक्रियता और भूमिका।
युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस और सेवा दल की भूमिका।
मंडलम, सेक्टर, बूथ के अध्यक्षों की भूमिका।
प्रदेश में अन्य राजनीतिक दलों सपा, बसपा, आप व अन्य की स्थिति।
विधानसभा या लोकसभा चुनाव में जिला और ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षों की भूमिका।
विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हार का प्रमुख कारण।
विधानसभा या लोकसभा चुनाव में हार या जीत को लेकर प्रत्याशी का अभिमत।
जमीनी स्तर पर पार्टी की मजबूती के लिए प्रत्याशी के सुझाव।
कुल पड़े वोट और प्रत्याशी को मिले वोट का भी ब्यौरा मांगा
बताया जाता है कि बैठक में बुलाए गए प्रत्याशियों से विधानसभा और लोकसभा क्षेत्र का नाम पूछने के साथ चुनाव में पड़े कुल वोट, प्रत्याशी को मिले वोट, हार जीत का अंतर की जानकारी भी मांगी गई है। प्रत्याशी को अपना नाम और विधानसभा क्षेत्र या लोकसभा क्षेत्र का नाम भी लिखकर देने के लिए कहा गया है। इन सभी बिन्दुओं के आधार पर पार्टी आगामी दिनों की रणनीति तय करेगी और पार्टी की मजबूती के लिए जरूरी निर्णय लिए जाएंगे।
जितेंद्र बोले, पार्टी का फोकस संगठन की मजबूती पर
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा- बैठक से पार्टी की हार की सूक्ष्म वजह का पता लगाया जाएगा। हार के कारण पता लगने पर उसे दूर किया जाएगा। आने वाले दिनों में पार्टी का फोकस संगठन को मजबूत करने पर रहेगा। जल्द ही एक अभियान शुरू किया जाएगा। जिसमें पार्टी के लोग जनता के बीच जाएंगे और सरकार की वादा खिलाफी को जनता को बताया जाएगा। एमपी में होने वाले बदलावों को लेकर कहा कि मध्य प्रदेश में जो बदलाव होगा उसे बैठकर तय करेंगे। वे सात जुलाई को अलग-अलग कमेटियों के साथ भी बैठक करेंगे।