इंदौर। दिग्गज कांग्रेस नेता और एमपी कांग्रेस के उद्योग और व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अजय चौरड़िया ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रभारी जितेंद्र भंवर सिंह के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। चौरड़िया ने मीडिया से बात करते हुआ कहा कि जीतू पटवारी अपने में मदमस्त हैं, लेकिन उनके व्यवहार से कार्यकर्ता दुखी और निराश हैं।
चौरड़िया ने आगे कहा कि जीतू पटवारी के अध्यक्ष बनने से कांग्रेस और भी कमजोर हुई है। जो खुद अपनी विधानसभा नहीं संभाल सका, वो प्रदेश कैसे संभालेगा? भले ही मुझ पर पार्टी कार्यवाही करें, लेकिन ये सच है कि पटवारी के कारण कई नेताओं ने पार्टी छोड़ी है। कमलनाथ के बदले में जीतू पटवारी का सिलेक्शन गलत है, खुद पटवारी चुनाव हारे, प्रभारी भी बड़े अंतर से चुनाव हारे है।
चौरड़िया ने आरोप पटवारी पर लगाते हुए कहा कि पटवारी न केवल सरकार के साथ सेटलमेंट कर रहे हैं बल्कि भाजपा नेताओं के साथ कारोबारी संबंध भी निभा रहे हैं। पटवारी कार्यकर्ताओं को आंदोलन करने की अनुमति तक नहीं दे रहे। इंदौर में पेपर लीक कांड में जब उनसे अनशन की अनुमति कुछ कार्यकर्ताओं ने मांगी तो उन्होंने इनकार कर दिया।
इधर, इंदौर के पूर्व पर्यवेक्षक निमिष शाह ने भी सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने लिखा कि श्कांग्रेस के पास खोने को कुछ बचा ही नहीं। मेरी नियुक्ति प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मेरे पिछले काम को देखते हुए की थी। लेकिन राजनैतिक रोटियां सेंककर कांग्रेस की जड़ों को कमजोर करने वाले फूलछाप कांग्रेसियों को यह रास नहीं आया। मुझे इस पद से हटवा देना प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को भी कमजोर करने का षडयंत्र है।
शाह ने आगे लिखा कि यह साजिश मेरे नहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ भी रची गई। वे पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सफल हो नहीं होने देना चाहते। मैं शीघ्र ही अपने गृह क्षेत्र सूरत गुजरात से इन्दौर आकर ऐसे कांग्रेसियों का पर्दाफाश करूंगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहूल गांधी, प्रियंका गांधी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह को भी अवगत कराउंगा।