नीमच। नगर पालिका की अतिक्रमण हटाओं कार्रवाई के बाद नेता प्रतिपक्ष योगेश प्रजापति ने बड़ा दिया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के हस्तक्षेप पर नगर पालिका प्रशासन द्वारा मेडिकल कॉलेज के सामने की जमीन को खाली कराया यह अच्छी बात है, लेकिन नगर पालिका अध्यक्ष ने मीडिया में एक बयान दिया जिसमें उनके द्वारा कहा गया कि मुझे सूचना मिली की कुछ लोगो एवम एक गिरोह द्वारा धर्म के नाम पर जमीन पर कब्जा करके अतिक्रमण किया जा रहा है जबकि यह अतिक्रमण पिछले 1 साल पूर्व ही हो चुका था एक साल तक नगर पालिका प्रशासन ने जमीन को खाली क्यों नहीं कराया,जबकि पूरे शहर को मालूम हे की एक साल पूर्व ही निर्माण किया जा रहा था जब वहा बाउंड्री वाल बना रहे थे तब नगर पालिका परिषद क्यों नहीं जागा, इतना बड़ा अतिक्रमण नगर पालिका की आंख के सामने हुआ उसके बावजूद भी नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा कहा जाना कि मुझे आज सूचना मिली है यह समज से परे हैं क्योंकि मंदिर निर्माण और बाउंड्री वॉल एक साल पूर्व ही से ही हो रहा था जिसकी सूचना नगर पालिका सीएमओ और अध्यक्ष को थी लेकिन पहले तो नगर पालिका प्रशासन द्वारा इनको संरक्षण दिया जाता है और उसके बावजूद राजनीतिक व्यवस्था के तहत राजनीतिक भेट चढ़ते हुए जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जाता है वहीं दूसरी ओर नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा स्वयं ही उक्त जमीन का टेंडर निकालकर इस जमीन को छे माह पूर्व बेचा जा रहा था जिसकी आवाज नेता प्रतिपक्ष के नाते मेरे द्वारा उठाई गई जिला प्रशासन को शिकायत की गई विधायक व मुख्यमंत्री तक शिकायत की गई तब जाकर उक्त जमीन को बेचने से टेंडर निकालकर बेचने एव खरीदने का खेल आपके एवम आपके परिवार द्वारा किया जा रहा था ,तब कलेक्टर के आदेश पर जमीन बेचने से रोका गया ओर ,नगर पालिका को आदेश दिया की उक्त जमीन नर्सिंग कॉलेज की हे ,तब आपके द्वारा कहा गया की शहर विकास के लिए बेचना पड़ेगी , ऐसे में आपके द्वारा आपकी नीति नियति दोनों सामने है कि आप खुद ही जमीन को बेचना चाहते थे और आप अपने आपको पाक साफ साबित करने के लिए कह रहे हैं कि मैंने इस जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया, जबकि आपके कार्यकाल में जमीनों के खेल हुए है। जबकि उक्त जमीन के टेंडर लगकर टेंडर डाल चुके थे, जिसे बिकने से रोकने का काम विपक्ष ने किया, फिर यह सोचनीय प्रश्न है।