मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) के छात्रों ने दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी रखा। कॉलेज में बाइक से 'नो एंट्री', मेस में खराब खाने, और छात्र परिषद चुनाव में बदलाव की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने मैनेजमेंट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
मैनिट में विभिन्न कोर्सेस में पांच हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ते हैं, जिनमें से ढाई हजार से ज्यादा अपनी गाड़ियों से आते हैं। अब गाड़ियों की एंट्री कैम्पस में बंद कर दी गई है। स्टूडेंट्स इस बात से नाराज हैं और उनका कहना है कि पानी में कीड़े हैं और खाने की क्वालिटी खराब है। इसके अलावा, लाइब्रेरी, जिम और स्पोर्ट्स फैसिलिटी में सुधार की भी मांग की गई है।
मैनिट मैनेजमेंट का कहना है कि करीब 3 महीने पहले कैंपस को क्लीन और ग्रीन बनाने की शुरुआत हुई है। कई छात्र साइकिल से आ रहे हैं। इसी रविवार से कैंपस में इलेक्ट्रिक बसें भी चलाई गई हैं। इसलिए बाइक पर रोक लगा दी गई है।
मैनिट प्रशासन ने छात्रों की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है, लेकिन छात्र अभी भी सड़कों पर हैं और अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे प्रदर्शन जारी रखेंगे।
मैनिट कैंपस में 4 इलेक्ट्रिक बसें आ चुकी हैं। एक बस में कुल 45 स्टूडेंट्स बैठ सकते हैं। ये बसें छात्र को हॉस्टल से उनके डिपार्टमेंट तक पहुंचाएंगी। अगर स्टूडेंट को किसी काम से कैंपस से बाहर जाना है, तब भी ये बस उन्हें मेन गेट तक छोड़ेंगी।
मैनिट में स्टूडेंट्स काउंसिल के चुनाव नहीं होने से छात्र-छात्राओं की आवाज का दमन हो रहा है। इसलिए जल्द चुनाव कराए जाएं। मेस में भोजन की गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए और मेस के संचालन में पारदर्शिता हो। नंबर-7 और 12 हॉस्टल में मेस का संचालन पुनः छात्राओं को दिया जाए। लाइब्रेरी, जिम, स्पोर्ट्स, मेडिकल में गुणवत्ता की आवश्यकता है। साथ ही समय की वृद्धि हो, जिससे छात्र पूर्ण रूप से लाभ उठा सकें। हॉस्टल में वाटर कूलर में कीड़ों का पाया जाना, पानी की टंकियों की सफाई न होना, दीवारों से प्लास्टर झड़ना, वॉशरूम की सफाई नहीं होना और कटोरों की दयनीय स्थिति है। इसलिए हॉस्टल का पुनः निर्माण किया जाना चाहिए।