उज्जैन। विधानसभा के बजट सत्र में जल जीवन मिशन, नर्सिंग घोटाले, नीट एग्जाम फर्जीवाडे़ जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने के बाद अब कांग्रेस 13 अगस्त को सीएम के गृह जिले में बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है। उज्जैन में एमपी कांग्रेस के सभी नेता जुटेंगे और तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे।
उज्जैन के कांग्रेसियों के साथ पटवारी ने की मीटिंग
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने उज्जैन जिले के कांग्रेस नेताओं के साथ बुधवार को बैठक की। इस बैठक में उज्जैन के कांग्रेस विधायक, हारे हुए विधानसभा प्रत्याशी, जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्षों के साथ मंदसौर और उज्जैन के हारे हुए लोकसभा प्रत्याशी दिलीप सिंह गुर्जर और महेश परमार भी मौजूद थे।
पटवारी ने कांग्रेस नेताओं से हार के कारणों और संगठन में कमजोरी की वजह पूछी। कांग्रेस नेताओं ने पटवारी को बताया कि मुख्यमंत्री का गृह जिला होने के बाद भी अधिकारी बेलगाम हैं। क्षिप्रा नदी में सीवेज का गंदा पानी मिल रहा है। कानून व्यवस्था चौपट है।
कांग्रेस पदाधिकारियों से चर्चा के बाद पटवारी ने कहा कि अगस्त के महीने में उज्जैन में प्रशासन के खिलाफ हल्लाबोल धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
सीएम के गृह जिले से विरोध प्रदर्शन के पीछे की वजह
सूत्र बताते हैं कि एमपी में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में हार और कई सीनियर नेताओं के पार्टी छोड़ने की वजह से निचले स्तर पर कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है। ऐसे में कांग्रेस सीएम के गृह जिले से विरोध प्रदर्शन की शुरुआत कर सरकार के खिलाफ मुखरता से लड़ाई लड़ने का संदेश देना चाहती है।
सभी दिग्गज किए जाएंगे आमंत्रित
उज्जैन में होने वाले विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, अरुण यादव, अजय सिंह राहुल सहित तमाम दिग्गजों को आमंत्रित किया जाएगा।
स्थानीय मुद्दों पर जिलों में होगा प्रदर्शन
उज्जैन के बाद एमपी के दूसरे बडे़ शहरों और जिलों में भी कांग्रेस शक्ति प्रदर्शन करेगी। इन विरोध-प्रदर्शन में स्थानीय मुद्दों, बीजेपी विधायक, सांसदों, मंत्रियों के भ्रष्टाचार, उत्पीड़न, हत्याओं, खनिज, रेत, जमीन माफिया के मामले उठाए जाएंगे।