डेस्क। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजने में अब कुछ ही समय बचा है। ऐसे में मुख्य दल कांग्रेस और भाजपा ने भी अपनी राजनीतिक बिसात बिछाना शुरू कर दी है। दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे को हल्के में नहीं ले रही है और पूरे दमखम के साथ धरातल पर कार्य कर रही है। जहां भाजपा अपनी सत्ता को बचाने के लिए हर हथकंडा अपना रही है। वहीं कांग्रेस भी सत्ता में वापसी के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है।
बात की जाए प्रदेश के मालवा अंचल की तो ये क्षेत्र भाजपा का गढ़ रहा है। इसी क्षेत्र से भाजपा चुनावों में लीड करती है। देवास जिले की हाट पिपलिया सीट से लगाकर नीमच जिले की जावद विधानसभा तक विगत 20 सालों से अधिकतर सीटों पर भाजपा ही काबिज रही है। ऐसे में इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस संगठन सबसे ज्यादा तवज्जो भी मालवा को ही दे रही है। जिसके लिए राजनीतिक चाणक्य कहे जाने वाले एमपी के पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को मालवा की इन 66 विधानसभा सीटों की जवाबदारी दी गई है। दिग्गी राजा इन सीटों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में समन्वय बैठाने के साथ योग्य उम्मीदवारों का आंकलन भी करेंगे।
मालवा की इन 66 सीटों में से एक सीट है मंदसौर संसदीय क्षेत्र की जावरा। जहां पर भी कांग्रेस को कई वर्षाे से सत्ता का सुख नहीं मिल पाया है। जावरा से कांग्रेस के कद्दावर नेता महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के निधन के बाद यहाँ उनके कद का कोई बड़ा नेता नहीं उभर पाया है। सिंधिया के साथ स्व महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के भाई केके सिंह भी भाजपा में शामिल हो गए थे। अब जावरा से सिंधिया गुट से केके सिंह भी अपनी दावेदारी ठोक रहे है। वैसे वर्तमान में यहां से भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद स्व लक्ष्मीनारायण पाण्डे के पुत्र राजेंद्र पाण्डे विधायक है। ऐसे में भाजपा के लिए यहां गुटबाजी का बड़ा संकट पैदा हो रहा है।
जावरा विधानसभा से अगर कांग्रेस की बात की जाए तो वर्तमान में कांग्रेस के पास कोई ठोस उम्मीदवार नहीं है। ऐसे में सूत्रों से आ रही खबरों के अनुसार कांग्रेस यहां अपना दांव करणी सेना परिवार के अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर पर खेल सकती है। जीवन सिंह ने अपनी मांगों को लेकर भाजपा की नाक में दम कर रखा है। साथ ही शेरपुर की पकड़ प्रदेश के साथ जावरा विधानसभा क्षेत्र में बहुत ज्यादा है। जीवन सिंह शेरपुर की लोकप्रियता इतनी है कि उनकी एक आवाज पर लाखों लोग भोपाल के जम्बूरी मैदान में एकत्रित हो जाते हैं।
खबरों की पड़ताल और राजनीतिक गलियारों से आ रही सुगबुगाहट बता रही है कि जीवन सिंह शेरपुर अभी कांग्रेस के संपर्क में है। वहीं दिग्गी राजा से भी उनकी मुलाकात की खबरें निकलकर सामने आ रही है। दिग्गी राजा से शेरपुर लगातार संपर्क बनाए हुए है। वहीं कुछ दिनों पूर्व दिग्गी राजा के पुत्र और एमपी के पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह के साथ भी शेरपुर एक रोड शो में शामिल हुए थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस जावरा विधानसभा से युवा जीवन सिंह शेरपुर को मैदान में उतार सकती है।