भोपाल। राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से 33 साल बाद चुनाव लड़ने की चर्चा के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दिग्विजय सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा 70 के दशक की कानून के अंतर्गत की गई थी। यह इमरजेंसी तो असंवैधानिक इमरजेंसी है।
ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा- मशीनों में हेराफेरी करने वालों को मैं चेतावनी देना चाहता हूं। वो एक दिन पकड़े जाएंगे। हम लोग काफी नजदीक पहुंच चुके हैं। जिस दिन पकड़े जाएंगे। देशद्रोह में इन्हें फांसी दी जाएगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिग्विजय सिंह से जब पूछा गया कि क्या वर्तमान परिस्थितियों भी इमरजेंसी जैसी स्थितियों को दर्शाती हैं? इसके जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा- लोग तुलना करते हैं 70 की इमरजेंसी और अब के हालातों की। वह इमरजेंसी लागू की गई थी अंडर एक्ट यानी कानून के अंतर्गत की गई थी। यह इमरजेंसी तो असंवैधानिक इमरजेंसी है। जिसके माध्यम से ईडी, सीबीआई को कहा जाता है कि फैलाने आदमी के पास जाकर उसका गला घोंटो। उसके बाद वसूली करो। इसलिए इनका मुकाबला नहीं किया जा सकता।
लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है
दिग्विजय सिंह ने कहा- देश में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। जिस तरह अमित शाह क्रोनोलॉजिकल ऑर्डर की बात करते हैं। उसी तरह मैं भी बता रहा हूं कि इस देश में 2014 जो चुनाव हुए पूरे देश में एक जन चर्चा है कि यह जो जनादेश जनता का मिला है वह कहीं न कहीं गड़बड़ है। और ईवीएम के ऊपर कई प्रश्न उठते हैं। इसका जवाब न तो चुनाव आयोग देता है ना सरकार देती है। इनका जो अति विश्वास झलकता है। वो शंका पैदा करता है। 2014 में कहा कि हमें 272 के ऊपर सीटें मिलेंगी, 284 सीटें आईं। फिर कहा 300 पार 303 आईं। अब कह रहे हैं 400 पार। इस प्रकार का उदाहरण कहीं और देखने सुनने को नहीं मिलता। इनका जो अति विश्वास झलक रहा है यह शुद्ध रूप से कहीं ना कहीं हमें शक पैदा करता है।
अरविंद केजरीवाल इंडिया अलाइंस में, यही उनका कसूर
अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के मामले पर दिग्विजय सिंह ने कहा इतिहास में पहली बार हुआ है कि दो मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। हेमंत सोरेन पर दबाव था कि आप भाजपा में आ जाइए। केस खत्म कर देंगे जिस तरह दूसरों के केस खत्म कर दिए गए। उन्होंने जेल जाना पसंद किया यह है ट्राइबल कैरेक्टर। आदिवासी का चरित्र होता है वह मरना पसंद करता है लेकिन अपने आदर्शों के साथ समझौता नहीं करता। दूसरा अरविंद केजरीवाल का कसूर इतना था कि उन्होंने उनके नोटिस मिल जाने पर वह हाजिर नहीं हुए। उनको गिरफ्तार कर लिया गया। उनका कसूर यही था कि वह इंडिया अलाइंस के पार्टनर हो गए। दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। हम उन्हें गिरफ्तार करने की निंदा करते हैं।