राजगढ़। आप सबसे अलग-अलग बात करुंगा। आपसे सुझाव लूंगा कैसे करना-क्या करना चाहिए। अभी तक तो घोषणा नहीं हुई है। मैं चाहता था कि प्रियव्रत जी चुनाव लड़ें, नारायण सिंह जी चुनाव लड़ें, हेमराज कल्पोनी जी, चन्दर सिंह जी सौंधिया, रामचंद्र दांगी जी चुनाव लड़ें, इन सब लोगों के साथ हम कोशिश कर रहे थे कि कौन लड़े? और हमारे पास लड़ने वाले थे... लेकिन पार्टी का आदेश मानना पड़ता है। घोषणा तो नहीं हुई है लेकिन मुझे बताया जाता है कि मुझे चुनाव लड़ना है। ये चुनाव दिग्विजय सिंह के बस का नहीं है। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार दोपहर राजगढ़ के छापीहेड़ा में कही।
वे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के लिए पहुंचे थे। दिग्विजय सिंह के मुंह से चुनाव लड़ने की बात सुनकर कार्यकर्ताओं ने जमकर तालियां बजाई। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कहा कि अब मैं 77 साल का हो चुका हूं यह चुनाव नौजवानों को लड़ना है यहां चुनाव आपको लड़ना है गांव-गांव में शहर शहर में मोहल्ले और कस्बों में यह चुनाव आपको लड़ना है और यहां चुनाव बड़े साधारण तरीके से होगा।
बता दें कि राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी के रूप में नाम की घोषणा होने से पहले ही दिग्विजय सिंह की सक्रियता बढ़ गई है। बैठक में शामिल होने से पहले दिग्विजय सिंह माता जालपा के दर्शन और पूजा करने पहुंचे। बैठक शुरू करने के पहले कांग्रेसियों ने जय श्री राम का नारा लगाया। बैठक के मंच पर दिग्विजय सिंह के साथ पूर्व ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह और पूर्व विधायक सहित अन्य कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद रहे।
अलग-अलग छोलदारियों मे चल रही गोपनीय बैठक
हाल में हुई बैठक के बाद राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सुसनेर, खिलचीपुर, सारंगपुर, राजगढ़ के लिए अलग-अलग पांच टेंट लगाकर छोलदारियां बनाई गई हैं। जिसमें दिग्विजय सिंह सभी विधानसभा वार कार्यकर्ताओं की गोपनीय बैठक ले रहे हैं। सूत्रों के अनुसार वे चुनाव को लेकर चर्चा कर रहे हैं।