नीमच। लोकसभा चुनाव से पहले नीमच की सियासत में बड़ा उलटफेर हुआ है। शहर के दिग्गज कांग्रेस नेता उमराव सिंह गुर्जर ने गुरूवार को कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इसके बाद से ही आरोप-प्रत्यारोप व बयानों का दौर चल निकला है। इसी बीच आज शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी के जिला कार्यालय गांधी भवन में कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने पटाखे फोड़कर जश्न मनाया। एक-दूसरे को मिठाईयां भी खिलाई। इसके अलावा जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया, पूर्व विधायक संपत स्वरूप जाजू, कांग्रेस नेता तरूण बाहेती सहित अन्य पदाधिकारियों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देकर तंज भी कसा।
अब वरिष्ठ पत्रकार सुभाष ओझा ने भी कांग्रेस नेता के पार्टी छोड़ने पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी स्वतंत्र है। कोई भी कहीं भी जा सकता है। रही बात उमराव सिंह गुर्जर की तो वे कांग्रेस के बड़े नेताओं में से एक थे। उन्होंने कांग्रेस छोड़ने के पीछे का कारण कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा ठुकराए गए राम मंदिर के न्यौते और पार्टी में उनकी उपेक्षा होना बताया है। लेकिन यदि वे इसी बात से नाराज थे तो वे अब तक क्या कर रहे थे। जबकि ये राम मंदिर के न्यौते को ठुकराने से आहत होकर तो कई कांग्रेसी पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं। यदि वे भी इसी बात से आहत थे और सच्चे राम भक्त थे तो अब तक क्या कर रहे थे। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन पर भरोसा किया और मैदान में उतारा। विधानसभा चुनाव में भाजपा के दिलीप सिंह परिहार के सामने वे 27 हजार वोट से हारे। इतनी बड़ी हार के बाद भी कांग्रेस पार्टी ने उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया। अब उन्होंने पार्टी छोड़ बीजेपी का दामन थामा है।